Everything about वशीकरण मंत्र किसे चाहिए



कामाख्या मंत्र: "ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चे"

यह मंत्र उन लोगों के लिए है जो सच्चे प्यार या जीवनसाथी की तलाश में हैं, या फिर जिनके रिश्ते में खटास आ गई है।

करियर में उन्नति और सहयोगियों का समर्थन पाने के लिए।

ॐ मोहिनी मोहिनी कहाँ चली, हरखु राई कां मचली

यह मंत्र विवाह संबंधी मुद्दों के समाधान के लिए उपयोग किया जाता है। इसके उच्चारण से, आप विवाहित या विवाह करने वाले व्यक्ति को अपने वश में कर सकते हैं और उन्हें अपने साथ एक सम्बंध बनाने में मदद कर सकते हैं।

करोमि दर्शनं देव्याः, सर्व-कामार्थ सिद्धये।

मोहिनी वशीकरण मंत्र साधना की ही अलग अलग विधि का प्रयोग अलग अलग मकसद से किया जाता है. आमतौर पर मोहन मंत्र साधना का प्रयोग अपने व्यक्तित्व को इतना आकर्षक और चुम्बकीय बना लिया जाता है की इच्छित माध्यम देखते ही मोहित हो जाए.

वशीकरण मंत्र का उपयोग करने से आप किसी को अपनी आज्ञाकारी शक्ति के तहत ला सकते हैं। यह उन विशेष तत्वों को जगाने का कार्य करता है जो व्यक्ति को आपकी आज्ञाएं मानने और कार्य करने में प्रेरित कर सकते हैं।

विज्ञान की दृष्टि से, वशीकरण मंत्रों का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है जो इनके प्रभाव को साबित कर सके। यह मानवीय मन के साथ जुड़ी अज्ञात शक्तियों का एक परिणाम हो सकता है, जो हमें अभी तक समझने में नहीं आयी हैं। हालांकि, कई लोग अपने अनुभवों के आधार पर इन मंत्रों को सत्य मानते हैं और इनका उपयोग करके click here जीवन में सकारात्मक परिवर्तन देखते हैं।

ऐसा नहीं है की आप तिलक लगाकर बाहर निकले और सामने वाला वशीकरण की तरह व्यवहार करे. इसके प्रभाव से सामने वाला आपकी बात नहीं काट पायेगा.

(ध्यान के लिए एक-एक शब्द को समझना जरूरी है, हालांकि इसका मंत्र संस्कृत में भी उपलब्ध है, लेकिन ध्यान पक्ष का मंत्र हिंदी में दिया गया है ताकि साधक को अर्थ समझने में कोई बाधा न आए।)

यह मंत्र बहुत शक्तिशाली माना जाता है। इसकी सिद्धि से सभी सांसारिक इच्छाएं पूर्ण हो जाती हैं। जप करने से पहले किसी योग्य तांत्रिक से परामर्श अवश्य लें और उसकी सलाह से जप की संख्या के संबंध में संकल्प लें। जप के बाद निम्नलिखित मंत्र से देवी की स्तुति करें-

कामाख्या मंत्र को बहुत शक्तिशाली माना जाता है। इस मंत्र को सिद्ध करने वाले साधक के लिए कुछ भी असंभव नहीं है। मंत्र सिद्धि के नियम कठिन हैं इसलिए इसे मजाक में लेना खतरनाक है। इस दिशा में तभी आगे बढ़ना चाहिए जब आत्मविश्वास हो और उपलब्धि के प्रति प्रतिबद्धता हो। साधना के आरंभ में विनियोग, करणे, अंग न्यास करें। इसके बाद ध्यान के लिए अपनी चेतना को देवी के निम्नलिखित अतुलनीय स्वरूप पर केंद्रित करें-

हाथ पसारूं मुख मलूं, काची मछली खाऊं। आठ पहर चौसठ घड़ी, जग मोह घर जाऊं।।

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